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क्रेडिट कार्ड रिजेक्ट क्यों होता है?
अब सोचिए — CIBIL स्कोर 770 है, लाख रुपए की सैलरी है, फिर भी बैंक बार-बार “ना” क्यों कह रहा है? जवाब सीधा है: बैंक के पास एक इंटरनल स्कोर कार्ड होता है, और वहीं से आपका अप्लिकेशन फेल हो रहा है।
🧾 मुख्य कारण: क्रेडिट कार्ड रिजेक्ट क्यों होता है?
1️⃣ EMI और कर्ज का बोझ बहुत ज़्यादा है
अगर आपकी इनकम का बड़ा हिस्सा पहले से ही EMI और लोन में जा रहा है, तो बैंक कहता है —
“भैया, इसपे तो पहले ही उधार का पहाड़ है।”
➡️ इसे कहते हैं Debt-to-Income Ratio. RBI ने भी कहा है कि बैंकों को आपकी पूरी क्रेडिट लायबिलिटी देखनी चाहिए।
2️⃣ ज़रूरत से ज़्यादा कार्ड या बार-बार अप्लाई करना
अगर आपने पहले से 3-4 क्रेडिट कार्ड ले रखे हैं और फिर भी नए-नए कार्ड के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो बैंक को लगता है कि —
“ये बंदा क्रेडिट का भूखा है।”
बैंक को संदेह होता है कि आप कहीं फाइनेंशियल रिस्क न बन जाओ।
3️⃣ स्कोर अच्छा, लेकिन पुरानी गलतियां
CIBIL स्कोर चाहे 770 हो, लेकिन अगर आपने एक-दो बार लेट पेमेंट की है या अक्सर लिमिट का 90–100% तक यूज़ करते हैं, तो ये रेड सिग्नल है।
“इतना क्रेडिट यूज़ करने का मतलब कि बंदा पूरा कर्ज पे जी रहा है।”
मजबूत क्रेडिट स्कोर (CIBIL) कैसे बनाएं
4️⃣ KYC में गड़बड़ी
अगर आपके डॉक्यूमेंट्स सही नहीं हैं—जैसे आधार में पुराना एड्रेस, पैन कार्ड की फोटो धुंधली—तो बैंक बिना सोचे रिजेक्ट कर देता है।
Kotak, HDFC, SBI सभी KYC के लिए Zero Tolerance रखते हैं।
5️⃣ आपकी प्रोफाइल बैंक के ‘टाइप’ की नहीं है
हर बैंक की एक टारगेट ऑडियंस होती है। कोई सरकारी कर्मचारी को प्रेफर करता है, तो कोई आईटी सेक्टर को।
“भाई, तू अच्छा है, लेकिन हमारी पॉलिसी से मेल नहीं खाता।”
✅ अब जानिए — क्या करना चाहिए?
- EMI का बोझ 40% से कम रखें
- हर पेमेंट टाइम पर करें
- एक प्रीमियम कार्ड लें और उसे समय पर मैनेज करें
- KYC अपडेट रखें
- हर कार्ड एप्लिकेशन के बीच में 6 महीने का ब्रेक दें
- बैंक से रिजेक्शन का कारण मांगें — RBI का रूल है
📌 सबसे आम सवाल: क्रेडिट कार्ड रिजेक्ट क्यों होता है?
कई कारण हो सकते हैं जैसे EMI लोड ज़्यादा, बहुत सारे पुराने कार्ड, ज़रूरत से ज़्यादा अप्लिकेशन, KYC में गड़बड़ी या बैंक की टारगेट पॉलिसी से आपका प्रोफाइल न मिलना।
🪄 निष्कर्ष (Conclusion):
क्रेडिट कार्ड रिजेक्ट होना किस्मत की बात नहीं, बल्कि फाइनेंशियल आदतों और प्रोफाइल मैचिंग का खेल है। बैंक को पटाना है तो –
👉 EMI कम रखो
👉 लिमिट का 30% से कम इस्तेमाल करो
👉 डॉक्यूमेंट्स दुरुस्त रखो
👉 ऑफर नहीं, ज़रूरत देखकर कार्ड चुनो
अगर ये जानकारी काम की लगी, तो नीचे कमेंट करके बताओ, पोस्ट को शेयर करो और ज़रूर विजिट करो CardPhD.com – जहाँ कार्ड के झंझटों की PhD कराई जाती है!